"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
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दास्ताँ
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Tuesday, August 9, 2016
दिल की कही।
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बिखर तो मैं जाऊं मानिन्द-ए-फूल मगर, कोई ऐसा भी हो जो चुन लाये मुझको । गुज़रता जा रहा हूँ,बेवफा लम्हों की तरह, कोई तो रोके, ज़...
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