"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
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प्यास
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Sunday, November 13, 2011
कैक्टस
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मैने कह दिया था न, कि कैक्टस कभी भी, चुभ सकते हैं, फ़ूल भी कई मौसम गुज़र जाने बाद शायद ही आते हैं, कैक्टस पर, हाँ ये ज़रूर है, जो लोग,...
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Thursday, April 28, 2011
समुन्दर के किनारे!
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कल शाम मैं समुन्दर के साथ था, बडी ही अजीब बात है, न तो मैं वहाँ उसके बुलावे पे गया था, और न ही मुझे उम्मीद थी कि, मैं कभी मिल पाऊगाँ, ...
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