"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
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फ़ूलों
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Saturday, July 3, 2010
जंगली फ़ूलो का गुलदस्ता!!
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मैने सोच लिया है इस बार जब भी शहर जाउंगा, एक खाली जगह देख कर सजा दूंगा अपने सारे ज़ख्म, सुना है शहरों मे कला के पारखी रहते ...
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Wednesday, April 1, 2009
उसका सच!
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मुझे लग रहा है,पिछले कई दिनों से , या शायद, कई सालों से, कोई है, जो मेरे बारे में सोचता रहता है, हर दम, अगर ऐसा न होता , तो कौन है जो, मेरे ...
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