"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
Showing posts with label
बंदिशें.
.
Show all posts
Showing posts with label
बंदिशें.
.
Show all posts
Monday, July 5, 2010
गुलों से बात!
›
अज़ीब शक्स है वो गुलो से बात करता है, अपनी ज़ुरूफ़ से भरे दिन को रात करता है. वो जो कहता है भोली प्यार की बातें, खामोश हो के खुदा भी समात ...
5 comments:
›
Home
View web version