Monday, January 23, 2012

उसका सच! एक बार फ़िर!


मुझे लग रहा है,पिछले कई दिनों से ,
या शायद, कई सालों से,

कोई है, जो मेरे बारे में सोचता रहता है,

हर दम,

अगर ऐसा न होता ,
तो कौन है जो, मेरे गिलास को शाम होते ही,
शराब से भर देता है।

भगवान?

मगर, वो ना तो पीता है,
और ना पीने वालों को पसंद करता है ,
ऐसा लोग कह्ते हैं,

पर कोई तो है वो !


कौन है वो, जो,
प्रथम आलिगंन से होने वाली अनुभुति 
से मुझे अवगत करा गया था।

मेरे पिता ने तो कभी इस बारे में मुझसे बात ही नहीं की,

पर कोई तो है, वो!

कौन है वो ,जो 
मेरी रोटी के निवाले में,
ऐसा रस भर देता है,
कि दुनियां की कोई भी नियामत,
मुझे वो स्वाद नहीं दे सकती।
पर मैं तो रोटी बनाना जानता ही नही

कोई तो है ,वो!

कौन है वो ,जो,
उन तमाम फ़ूलों के रगं और गंध को ,
बदल देता है,
कोमल ,अहसासों और भावनाओं में।

मेरे माली को तो साहित्य क्या, ठीक से हिन्दी भी नहीं आती।

कोई तो है ,वो,

वो जो भी है,
मैं जानता हूं, कि,
एक दिन मैं ,
जा कर मिलु्गां उससे,
और वो ,हैरान हो कर पूछेगा,


क्या हम, पहले भी ,कभी मिलें हैं?




20 comments:

  1. कौन है वो ,जो
    मेरी रोटी के निवाले में,
    ऐसा रस भर देता है,
    कि दुनियां की कोई भी नियामत,
    मुझे वो स्वाद नहीं दे सकती।
    पर मैं तो रोटी बनाना जानता ही नही

    कोई तो है ,वो!... गजब की रचना लिखी है , एक एक शब्द - कोई तो है जो इन एहसासों को जानता है , पर ...

    ReplyDelete
  2. भगवान?

    मगर, वो ना तो पीता है,
    और ना पीने वालों को पसंद करता है ,
    ऐसा लोग कह्ते हैं,

    जीवन अपने आप में एक नशा है... इसे बनाने वाला इस सुन्दर सम्भावना से इनकार कैसे करेगा!
    बेहद सुन्दर रचना!!!
    सादर!

    ReplyDelete
  3. वो जो भी है,
    मैं जानता हूं, कि,
    एक दिन मैं ,
    जा कर मिलु्गां उससे,

    ये विश्वास बलवती रहे... वह स्वयं चल कर आएगा मिलने!
    कहते हैं, वो ऐसे चमत्कार भी करता है!

    ReplyDelete
  4. बहुत खूब ... कल्पनाओं में बिम्ब बनाना ... उससे बातें करना ... जानना और न जानना ... फिर अनजाने ही मिलने की कामना ... बहुत दिलचस्प और लाजवाब रचना ....

    ReplyDelete
  5. कौन है वो ,जो
    मेरी रोटी के निवाले में,
    ऐसा रस भर देता है,
    कि दुनियां की कोई भी नियामत,
    मुझे वो स्वाद नहीं दे सकती।

    KYA BAAT HAI !
    BAHUT SUNDAR !!

    ReplyDelete
  6. बहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......

    ReplyDelete
  7. गजब के अहसास।
    बेहतरीन भाव।
    सुंदर रचना।

    ReplyDelete
  8. हां कोई तो हैं जो ....इन एहसासों को साथ साथ ..जी रहा हैं

    ReplyDelete
  9. आप सब पाठकों का तहे दिल से शुक्रिया रचना को अपने आशीष से नवाज़ने के लिये!

    ReplyDelete
  10. हम सभी उसकी तलाश में हैं...लगता है के बस अभी मिल जायेगा यहीं और तभी वो गायब हो जाता है...ये तलाश हम सब की तलाश है...शायद वो यहीं कहीं है....या फिर हम में ही छुपा कहीं...बहुत अच्छी लगी आपकी रचना...बधाई स्वीकारें

    नीरज

    ReplyDelete
  11. सच कहा, कोई तो है जो जीवन में हर वो भाव पैदा करता है जो जीने के लिए लाजिमी है. पर कौन...नहीं पता... पर कोई है...

    कौन है वो ,जो,
    उन तमाम फ़ूलों के रगं और गंध को ,
    बदल देता है,
    कोमल ,अहसासों और भावनाओं में।

    ReplyDelete
  12. कौन है वो ,जो,
    उन तमाम फ़ूलों के रगं और गंध को ,
    बदल देता है,
    कोमल ,अहसासों और भावनाओं में।
    Sach....wo kaun chitrkaar hai? Ye kis kavikee kalpnaka chamatkaar hai! Ye waalee rachana yaad dila dee aapne!Bahut khoob!

    ReplyDelete
  13. कोई तो है ,वो,

    वो जो भी है,
    मैं जानता हूं, कि,
    एक दिन मैं ,
    जा कर मिलु्गां उससे,
    और वो ,हैरान हो कर पूछेगा,


    क्या हम, पहले भी ,कभी मिलें हैं?
    bahut khoobsurat...us ko shayad ham sabhi dhundh rahe hai...

    ReplyDelete
  14. क्या कहूँ? आपने तो निशब्द कर दिया.

    ReplyDelete
  15. @ दीपक बाबा.
    मैं और मेरा "वो"!

    ReplyDelete
  16. बेहतरीन... :)

    बस एक शब्द...
    आपकी रचना ने मुझे निःशब्द कर दिया :)

    ReplyDelete
  17. बहुत अच्छी तरह हर अहसास भर कर कलम में कलम जब चलायी अपने ..सुंदर कविता बन गयी

    ReplyDelete
  18. बहुत सुन्दर....

    आपकी रचनाये बहुत भायी दिल को...
    अब पढ़ती रहूंगी..
    सो आज से फोलो करती हूँ...
    शुभकामनाएँ..

    ReplyDelete

Please feel free to express your true feelings about the 'Post' you just read. "Anonymous" Pl Excuse Me!
बेहिचक अपने विचारों को शब्द दें! आप की आलोचना ही मेरी रचना को निखार देगी!आपका comment न करना एक मायूसी सी देता है,लगता है रचना मै कुछ भी पढने योग्य नहीं है.So please do comment,it just takes few moments but my effort is blessed.