Thursday, August 8, 2013

चाँद! ईद का!

चाँद तो चाँद है,

ईद का हो!

दूज का  हो!

हो पूनम का!


या,

चेहरा सनम का!

चाँद तो चाँद है.

   _कुश शर्मा.

मगर ये भी याद रखना है ज़ुरूरी,

"धूप लाख मेहरबाँ हो,मेरे दोस्त,
धूप, धूप होती है,चाँदनी नहीं होती"
     _शायर (न मालूम)
 

9 comments:

  1. ईद मुबारक



    http://premkephool.blogspot.in/2013/08/blog-post_8.html#links

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  2. ईद मुबारक हो सर ! कैसे हैं

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    1. मैं बहुत अच्छा हूँ! आपको भी ईद मुबाऱक।

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  3. आपको भी ईद मुबाऱक....

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  4. बहुत खूब ... चाँद की रात मुबारक ...

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बेहिचक अपने विचारों को शब्द दें! आप की आलोचना ही मेरी रचना को निखार देगी!आपका comment न करना एक मायूसी सी देता है,लगता है रचना मै कुछ भी पढने योग्य नहीं है.So please do comment,it just takes few moments but my effort is blessed.