"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
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किरदार
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Thursday, March 22, 2012
चेहरे!
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चेहरे! अजीब, गरीब, और हाँ, अजीबो गरीब! मुरझाये, कुम्हलाये, हर्षाये, घबराये, शर्माये, हसींन, कमीन, बेहतरीन, नये, पुराने जाने,...
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Sunday, February 13, 2011
Valentine Day!
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Two young kids, 'Hemanshi' & 'Anjaney' aged about 11 and approx 8 yrs approached me to write a poem each for them which...
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Tuesday, January 25, 2011
बात अफ़साने सी!
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चलो आज यूं ही कुछ कहने दो, ज़िन्दगी बह रही है बहने दो। पल खुशी के बहुत ही थोडे हैं, गम के अफ़साने आज रहने दो। फ़ूल तो फ़ूल हैं सूख ...
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Thursday, January 6, 2011
तमन्ना
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ज़ख्म मेरा गुलाब हो जाये, अँधेरा माहताब हो जाये, कैसी कैसी तमन्नायें हैं मेरी, ये जहाँ बस्ती-ए-ख्वाब हो जाये। तू कभी मुझको आके ऎसे मिल...
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Tuesday, January 4, 2011
गुफ़्तगू बे वजह! दूसरा बयान!
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मोहब्बतों की कीमतें चुकाते, मैने देखे है, तमाम जिस्म और मन, अब नही जाता मैं कभी अरमानो की कब्रगाह की तरफ़। दर्द बह सकता नहीं, दरिया की तरह,...
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