"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
Showing posts with label
खुशी.
.
Show all posts
Showing posts with label
खुशी.
.
Show all posts
Saturday, February 12, 2011
डरे हुये तुम!
›
तुम मुझे प्यार करना बन्द मत करना, इस लिये नहीं कि, मैं जी नही पाऊँगा, तुम्हारे प्यार के बिना, हकीकत ये है, कि मैं मर नहीं पाऊँगा स...
5 comments:
Tuesday, January 25, 2011
बात अफ़साने सी!
›
चलो आज यूं ही कुछ कहने दो, ज़िन्दगी बह रही है बहने दो। पल खुशी के बहुत ही थोडे हैं, गम के अफ़साने आज रहने दो। फ़ूल तो फ़ूल हैं सूख ...
15 comments:
Thursday, January 6, 2011
तमन्ना
›
ज़ख्म मेरा गुलाब हो जाये, अँधेरा माहताब हो जाये, कैसी कैसी तमन्नायें हैं मेरी, ये जहाँ बस्ती-ए-ख्वाब हो जाये। तू कभी मुझको आके ऎसे मिल...
18 comments:
Tuesday, January 4, 2011
गुफ़्तगू बे वजह! दूसरा बयान!
›
मोहब्बतों की कीमतें चुकाते, मैने देखे है, तमाम जिस्म और मन, अब नही जाता मैं कभी अरमानो की कब्रगाह की तरफ़। दर्द बह सकता नहीं, दरिया की तरह,...
11 comments:
›
Home
View web version