"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
Showing posts with label
गंगा
.
Show all posts
Showing posts with label
गंगा
.
Show all posts
Wednesday, November 9, 2011
गंगा आरती!
›
हरि पुत्री बन कर तू उतरी माँ गंगा कहलाई, पाप नाशनी,जीवन दायनी जै हो गंगा माई! भागीरथी,अलकनंदा,हैं नाम तुम्हारे प्यारे, हरिद्वार मे...
5 comments:
Thursday, November 4, 2010
गंगा!! कौन?
›
हरि पुत्री बन कर तू उतरी माँ गंगा कहलाई, पाप नाशनी,जीवन दायनी जै हो गंगा माई! भागीरथी,अलकनंदा,हैं नाम तुम्हारे प्यारे, हरिद्वार मे...
12 comments:
›
Home
View web version