"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
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सच और ईश्वर
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सच और ईश्वर
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Thursday, February 23, 2012
सजा इंसान होने की !
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मेरे तमाम गुनाह हैं,अब इन्साफ़ करे कौन. कातिल भी मैं, मरहूम भी मुझे माफ़ करे कौन. दिल में नहीं है खोट मेरे, नीयत भी साफ़ है, कमज़ोरिय...
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Monday, October 24, 2011
दीवाली सच में!
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माँ लक्ष्मी आपको कोटिश: नमन और नमन के बाद, खुली चुनौती है! यदि आप ’सच में’ उस सत्य स्वरूप, ईश्वर के प्रतिरूप क्षीर सागर में शेषना...
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