"सच में!"

दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी

Showing posts with label आदमी. Show all posts
Showing posts with label आदमी. Show all posts
Sunday, April 22, 2012

निर्मल सच

›
अपनी नज़रों से जब जब मैं गिरता गया, मेरा रुतबा ज़माने में बढता गया!  मेरे अखलाक की ज़बरूत घटती गई, पैसा मेरी तिजोरी में बढता गया! मे...
13 comments:
Saturday, March 12, 2011

अश्रु अंजलि!(जापान को)

›
जब भी कोशिश करता हूँ, गर्व करने की, कि मैं इंसान हूँ! एक थपेडा, एक तमाचा कुदरत का, हल्के से ही सही, कह के जाता है, कि "मैं...
10 comments:
Tuesday, December 14, 2010

लडकियाँ और आदमी!

›
लडकियाँ कितनी , सहजता से, बेटी से नानी बन जातीं है! लडकियाँ आखिर, लडकियाँ होती हैं! शिव में ’इ’ होती है, लडकियाँ, वो न होतीं त...
14 comments:
›
Home
View web version

About Me?

My photo
ktheLeo (कुश शर्मा)
दर्द बह सकता नही, दरिया की तरह, थम जाता है, मानिन्द लहू की, बस बह के, थोडी देर में| ************************तो बस, मैं,न दरिया, न दर्द,न लहू और शायद थोडा थोडा ये सब कुछ!
View my complete profile
Powered by Blogger.