"सच में!"

दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी

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Saturday, September 25, 2010

तुकबन्दी "UNLIMITED"!!

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दोस्ती में कोई Hierarchy नहीं होती, इश्क में कोई Limit  बाकी नही होती, शराब अपने आप में इकदम मुकम्मल है, हर शराबी के साथ हसीं साकी न...
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ktheLeo (कुश शर्मा)
दर्द बह सकता नही, दरिया की तरह, थम जाता है, मानिन्द लहू की, बस बह के, थोडी देर में| ************************तो बस, मैं,न दरिया, न दर्द,न लहू और शायद थोडा थोडा ये सब कुछ!
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