"सच में!"

दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी

Showing posts with label पेड. Show all posts
Showing posts with label पेड. Show all posts
Sunday, August 18, 2013

औरत और दरख्त!

›
औरत और दरख्त में क्या फ़र्क है? मुझे नज़र नहीं आता, क्या मेरी बात पे आपको यकीं नहीं आता! तो गौर फ़रमाएं, मैं गर गलत हूँ! तो ज़ुरूर ब...
11 comments:
Sunday, November 13, 2011

कैक्टस

›
मैने कह दिया था न, कि कैक्टस कभी भी, चुभ सकते हैं, फ़ूल भी कई मौसम गुज़र जाने बाद शायद ही आते हैं, कैक्टस पर, हाँ ये ज़रूर है, जो लोग,...
20 comments:
Tuesday, July 5, 2011

"पेड या ताबूत"

›
आपको याद है न, वो पेड! नहीं! बरगद का नहीं! अरे! वो! जो आप सब के साथ, जवाँ हुआ था, अरे वो ही! जो पौधे से वृक्ष बनने की कथा, ...
5 comments:
›
Home
View web version

About Me?

My photo
ktheLeo (कुश शर्मा)
दर्द बह सकता नही, दरिया की तरह, थम जाता है, मानिन्द लहू की, बस बह के, थोडी देर में| ************************तो बस, मैं,न दरिया, न दर्द,न लहू और शायद थोडा थोडा ये सब कुछ!
View my complete profile
Powered by Blogger.