"सच में!"
दिल की हर बात अब यहाँ होगी, सच और सच बात बस यहाँ होगी
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ख्याब सुहाने
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ख्याब सुहाने
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Saturday, February 12, 2011
डरे हुये तुम!
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तुम मुझे प्यार करना बन्द मत करना, इस लिये नहीं कि, मैं जी नही पाऊँगा, तुम्हारे प्यार के बिना, हकीकत ये है, कि मैं मर नहीं पाऊँगा स...
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Thursday, January 6, 2011
तमन्ना
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ज़ख्म मेरा गुलाब हो जाये, अँधेरा माहताब हो जाये, कैसी कैसी तमन्नायें हैं मेरी, ये जहाँ बस्ती-ए-ख्वाब हो जाये। तू कभी मुझको आके ऎसे मिल...
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Friday, May 14, 2010
’छ्ज्जा और मुन्डेर’
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कई बार शैतान बच्चे की तरह हकीकत को गुलेल बना कर उडा देता हूं, तेरी यादों के परिंद अपने ज़ेहन की, मुन्डेरो से, पर हर बार एक नये झ...
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Saturday, July 4, 2009
चमन का सच
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राज़ अपने सारे मेरी पेशानी पे वो लिख गया बहुत मासूम है उसे ख्याब छुपाने नही आते. मै बादल हूं,यहां से मेरा गुम जाना ही बेह्तर है, नम पलकों...
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