ये सब हैं चाहने वाले!और आप?

Showing posts with label तुकब्न्दी. Show all posts
Showing posts with label तुकब्न्दी. Show all posts

Saturday, September 25, 2010

तुकबन्दी "UNLIMITED"!!





दोस्ती में कोई Hierarchy नहीं होती,
इश्क में कोई Limit  बाकी नही होती,

शराब अपने आप में इकदम मुकम्मल है,
हर शराबी के साथ हसीं साकी नहीं होती।

ज़िन्दगी AIR  का वो मधुर तराना है,
सुर है,ताल है, रेडिओ जौकी नही होती।

गम-ए-दुनिया के गोल पोस्ट, में दर्द की फ़ुटबाल 
लात खींचकर मारो,इस खेल में हाकी नहीं होती।

प्यार के दरिया में भी दौलत की नाव खेते हो,
मौज़ो में बहो दोस्त!,इस घाट तैराकी नहीं होती।