मैने कह दिया था न,
कि कैक्टस कभी भी,
चुभ सकते हैं,
फ़ूल भी कई मौसम गुज़र जाने बाद शायद ही आते हैं,
कैक्टस पर,
हाँ ये ज़रूर है,
जो लोग,
कैक्टस उगाते हैं
घरों में
वो होते हैं ,
विरले,
डिफ़रैंट, हट के , अलग से,
औफ़ बीट
कैक्टस की तरह ही!
दुख पाकर भी क्या कोई,
खुश हो सकता है?
कैक्टस की तरह।