अंखडियां!
अनकही, कही,सुनी,अनकही,भीगी अंखडियां!
सावन!
बैरी सावन!
भीगा घर आंगन,
तरसे मन!
खेल!कराकोरम- कराची रेल
अनकही, कही,
सुनी,अनकही,
भीगी अंखडियां!
सावन!
बैरी सावन!
भीगा घर आंगन,
तरसे मन!
सावन!
बैरी सावन!
भीगा घर आंगन,
तरसे मन!
खेल!
खरीदें पाकी ईरानी तेल
हम खेलें क्रिकेट खेल
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nice
ReplyDeleteअनकही, कही,
ReplyDeleteसुनी,अनकही,
भीगी अंखडियां!...
बहुत कुछ कह गयी ये अनकही ... और बहुत कुछ सुना गयी ये अनसुनी ....
कमाल .... लाजवाब ...